नरवाना बस स्टैंंड पर पीने का पानी व शौचालयों की सफाई न होने से यात्री परेशान
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
बस स्टैंड, नरवाना पर रोजाना हजारों यात्री आते और जाते हैं, लेकिन बस स्टंैड पर सुविधा नाम की कोई चीज ही नहीं हैं। जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टैंड पर एक ओर सुधार कार्यक्रम के निदेशक रॉकी मित्तल ने भी दौरा कर वहां की स्थिति देखी थी और उन्होंने बस स्टैंड का सुधार करने की बात कही थी, लेकिन उनके दौरे करने के बाद भी बस स्टैंड की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। यात्रियों रमेश, राजबीर मोर, सुभाष शर्मा, सतपाल सिंहमार आदि का कहना है कि बस स्टैंड पर पानी की मोटर खराब होने से पिछले लगभग डेढ महीने से पीने का पानी नहीं हैं, जिससे यात्रियों को प्यास बुझाने के लिए दुकानों से पानी की बोतलें खरीदनी पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि पीने के पानी के अलावा शौचालयों में सफाई व्यवस्था नहीं हैं, जिससे यात्रियों को वापिस ही बाहर आना पड़ता हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को शौचालय में जाने के लिए बाहर से बाल्टी भरकर जाना पड़ता है। जब रोडवेज अधिकारियों से पानी के लिए बात कही जाती है, तो उनकी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में छोटे-छोटे बच्चों व बुजुर्गों का पीने का पानी न मिलने से बुरा हाल हो जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बस स्टैंड पर पीने के पानी की व्यवस्था की जाये और शौचालयों की सफाई की जाये।
प्राइवेट बस संचालक करवाते हैं पानी का इंतजाम
प्राइवेट बस संचालक रामफल हमीरगढ़ ने बताया कि बस स्टैंड पर 6 जून से पीने के पानी का नहीं हैं। उन्होंने पीने के पानी का प्रबंध करवाने के लिए कई बार रोडवेज अधिकारियों से बात की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूरीवश प्राइवेट बस संचालकों द्वारा रोजाना एक टंकी पानी की हजारों रूपये देकर भरवानी पड़ती है, ताकि कोई यात्री गर्मी के मौसम में पानी के बिना प्यासा न रह सके। उन्होंने बताया कि शौचालयों की दुर्दशा देखकर तो कोई भी यात्रा अंदर नहीं जा सकता। सफाई कर्मचारी केवल खानापूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
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बस स्टैंड पर पीने के पानी के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। यही नहीं रोडवेज कर्मचारी जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास भी शिकायत लेकर गये थे, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जिस कारण बस स्टैंड पर यह समस्या बनी हुई है।
केशा राम, स्टैंड इंचार्ज
बस स्टंैड, नरवाना।